कर्ट वैगनर (टेक रिपोर्टर ब्लूमबर्ग)
प्राइवेट और सार्वजनिक समूहों पर बेहतर निगरानी के लिए फेसबुक ने नए नियमों की घोषणा की है। अब कंपनी के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाले यूजर और ग्रुप एडमिन को कड़ी सजा हो सकती है। जो फेसबुक यूजर किसी ग्रुप में नियमों का उल्लंघन करेगा, उसे कुछ समय के लिए ब्लॉक कर दिया जाएगा और वह किसी भी ग्रुप में पोस्ट या कमेंट नहीं कर सकेगा। ब्लॉक की अवधि यूजर द्वारा उल्लंघन की गंभीरता और संख्या के आधार पर एक सप्ताह से लेकर 30 दिन तक हो सकती है।
कंपनी के मुताबिक फेसबुक पर ग्रुप यूजर्स की संख्या 1.8 बिलियन प्रतिमाह है। कई बार ये ग्रुप ही फेसबुक के लिए परेशानी खड़ी कर देते हैं, जैसे भ्रामक सूचनाएं और हेट स्पीच। उदाहरण के लिए अगर कोई ग्रुप किसी रैली के आयोजन को लेकर विचार-विमर्श कर रहा है तो उसके कुछ सदस्य वैक्सीन और जलवायु परिवर्तन को लेकर भ्रामक जानकारी देने लगते हैं। फेसबुक अब ऐसे ग्रुप और एडमिन को कड़ी सजा देगा, जो बार-बार नियमों का उल्लंघन करते हैं और अन्य यूजर के साथ ऐसे ग्रुप के सदस्यों की पोस्ट साझा नहीं करेगा। अगर कोई यूजर ऐसे ग्रुप में शामिल होने की कोशिश करेगा तो उसे अलर्ट भेजा जाएगा। अगर प्रतिबंधों के बावजूद ऐसे ग्रुप नियमों का उल्लंघन करना बंद नहीं करेंगे तो फेसबुक उन्हें हमेशा के लिए हटा देगा।
फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग ग्रुप्स को प्राथमिकता दे रहे हैं, क्योंकि यह कम्युनिटी को बढ़ावा देते हैं। कंपनी ने इसके लिए ग्रुप के कंटेंट को ज्यादा यूजर तक पहुंचाने की नीति भी अपनाई। गत वर्ष अमरीका चुनाव से ठीक पहले फेसबुक ने राजनीतिक ग्रुप्स की सिफारिश करना बंद कर दिया था। जकरबर्ग ने अमरीका में यह नीति सदा के लिए अपना ली है और इसे विश्व स्तर पर लागू करने वाला है।
0 comments:
Post a Comment