‘विकराल रूप धारण कर रहा’‘देश में जाली करंसी का धंधा’ (पंजाब केसरी)

केंद्र सरकार ने काला धन और नकली करंसी समाप्त करने के लिए 8 नवम्बर, 2016 को 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करके उनकी जगह 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए थे। देश

केंद्र सरकार ने काला धन और नकली करंसी समाप्त करने के लिए 8 नवम्बर, 2016 को 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करके उनकी जगह 500 और 2000 रुपए के नए नोट जारी किए थे।
देश में कितनी बड़ी मात्रा में नकली करंसी पकड़ी जा रही है यह इसी महीने के निम्र उदाहरणों से स्पष्ट है :

* 01 मार्च को मध्य प्रदेश के उज्जैन में एस.टी.एफ. ने 500 और 2000 रुपए के जाली नोट छापने वाले गिरोह के 5 सदस्यों महमूद, सद्दाम, नईम, गोवर्धन और संतोष को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 13.35 लाख रुपए से अधिक के नकली नोट पकड़े। ये लोग सिर्फ 500 और 2000 रुपए के जाली नोट  छापते थे जबकि 30,000 रुपए के असली नोटों के बदले खरीदार को 1 लाख रुपए के नकली नोट दे देते थे।

* 04 मार्च को ओडिशा में कोरापुट पुलिस ने 3 आरोपियों को विशाखापट्टनम ले जाए जा रहे 7.90 करोड़ रुपए के नकली नोटों के साथ पकड़ा।
 *15 मार्च को पातड़ां में पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक व्यक्ति को 1.12 लाख रुपए की जाली करंसी के साथ पकड़ा।
 *16 मार्च को दिल्ली पुलिस ने नकली करंसी के 2 तस्करों मोहम्मद शाहिद तथा सैयद हुसैन से 50 लाख रुपए मूल्य की नकली करंसी पकड़ी। 

*19 मार्च को उत्तराखंड के लक्सर में पुलिस ने शोएब मुरासलीन तथा अफजल शमशाद को जाली करंसी बनाने के आरोप में पकड़ कर उनके कब्जे से 45,000 रुपए की जाली करंसी बरामद की।  
 *20 मार्च को मध्य प्रदेश के रतलाम में एक मकान पर छापामारी के दौरान लगभग 33 हजार रुपए के जाली नोट जब्त किए गए।
 *23 मार्च को मुम्बई में राहुल चडवा नामक एक व्यक्ति से 1.05 लाख रुपए की नकली करंसी पकड़ी गई। बाद में पुलिस ने उसके मकान की तलाशी में और 30,000 रुपए के नकली नोट, कम्प्यूटर, रंगीन पिं्रटर, स्कैनर व सिक्योरिटी थ्रैड के रूप में इस्तेमाल की जाने वाली पतली तार जब्त की।

* 24 मार्च को उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यू.पी.ए.टी.एस.) ने जाली नोटों की तस्करी के मामले में वांछित सदर अली को नोएडा से गिरफ्तार किया जबकि उसकी पत्नी मुमताज की तलाश की जा रही है। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि पाकिस्तान में बने जाली नोटों को बंगलादेश के जरिए भारत में सप्लाई किया जाता था।
 * 25 मार्च को पंजाब पुलिस ने ‘पोंजी स्कीम’ के नाम पर नकली करंसी देकर पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के लोगों को करोड़ों रुपए का चूना लगाने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह के 4 सदस्यों को जीरकपुर के एक होटल में छापा मार कर 21,600 रुपए की नकली करंसी के साथ पकड़ा जबकि गिरोह की सरगना अंजू नामक महिला फरार हो गई। इस गिरोह का नैटवर्क पश्चिम बंगाल, नेपाल और उत्तर भारत में फैला बताया जाता है। अंजू नकली करंसी बनाने के लिए कैमिकल पश्चिम बंगाल से व गांधी जी के वाटर मार्क वाला कागज नेपाल से मंगवाती थी।

* 26 मार्च को राष्ट्रीय जाच एजैंसी ने मोहम्मद मुराद आलम नामक एक व्यक्ति के कब्जे से बंगलादेश के रास्ते तस्करी करके लाए गए 2,49,500 रुपए के नकली नोटों की बरामदगी के सिलसिले में 2 तस्करों तौसीफ आलम और शाह नवाज अंसारी के विरुद्ध आरोप पत्र दाखिल किया। जांच एजैंसियों के अनुसार अकेले पश्चिम बंगाल स्थित मालदा से ही देश में 95 प्रतिशत नकली करंसी भेजी जा रही है। जाली करंसी का धंधा करने वाले ‘मालदा मॉड्यूल’ ने दक्षिण भारत के राज्यों कर्नाटक और केरल में भी अपने केंद्र स्थापित कर लिए हैं।

वर्ष 2020 में कुल 8,34,947 जाली नोट पकड़े गए जो वर्ष 2019 के मुकाबले 280 प्रतिशत अधिक हैं। इससे रिजर्व बैंक की चिंता बढ़ गई है क्योंकि जाली करंसी की यह संख्या ऐसे समय में बढ़ी है जब सरकार दावा कर रही है कि अब अधिक सिक्योरिटी फीचर्स के साथ नोट छापे जा रहे हैं। आज देश में जाली नोटों का धंधा विकराल रूप धारण करके देश की अर्थव्यवस्था को चोट पहुंचा रहा है। अत: जाली करंसी के निर्माण या सप्लाई से जुड़े लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।—विजय कुमार

सौजन्य - पंजाब केसरी।
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About न्यूज डेस्क, नई दिल्ली.

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